नवजागरण के पुरोधा महर्षि दयानन्द-डॉ. भवानीलाल भारतीय (Navjagran ke purodha.Mahrishi Dayanand 2 vols-Dr.bhawanilal Bhhartiya) ghurmal

750.00

Description

महर्षि दयानन्द की विस्तृत जीवनी

नवजागरण के पुरोधा –

लेखक – भवानी लाल भारतीय

यह महर्षि दयानन्द की वृहद क्रमबद्ध जीवनी है जिसे वर्षों के अध्ययन और अनुसंधान के बाद लिखा गया है। विद्वान लेखक स्वर्गीय भवानी लाल भारतीय जी का जीवन का अधिकांश समय महर्षि दयानंद और आर्यसमाज के विषयों पर शोध करने और कराने में व्यतीत हुआ था। प्रस्तुत जीवनी की विशेषता यह है कि इसमे महर्षि दयानन्द के जीवन की घटनाओं को एतिहासिक क्रम मे दिया है। अनेक तथ्य दूसरी अप्रसिद्ध पुस्तकों और समकालीन पत्र पत्रिकाओं से जुटाए हैं।

960 पृष्ठ हार्ड बाइंडिड 2 भागों मे

मूल्य 650

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