Description
सोमनाथ-आचार्य चतुरसेन १२ ज्योतिर्लिंगों में सोमनाथ का स्थान अग्रणी है.महमूद गजनी ने भी इस मंदिर के वैभव को कई बार लूटा। सूर्यवंशी राजाओं से डरने के बाद भी लूट का सिलसिला सदियों तक चला। मंदिर के विशाल प्रागण में गूंजी घुंघरुओं की झंकार जनमानस के जीवन की लय को ताल देती है.. अतिथियों के नगाड़े का शोर भी इसे दबा नहीं पता। यह अजब शक्ति के कारण वोह के और पुनर्निर्माण करता है।
Reviews
There are no reviews yet.